Book Title: Multan Digambar Jain Samaj Itihas ke Alok me
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Multan Digambar Jain Samaj

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Page 205
________________ तातेड़ परिवार श्री जिनवर लालजी श्री डालचन्द जी के श्री जिनवर लाल मोती लाल दो पुत्र थे जो पहले नवगावो अलवर स्टेट मे रहते थे उनकी बहिन मुलतान मे व्याही गयी थी । इस कारण दोनो भाई भी मलतान मे आकर रहने लगे। जिनवर लाल की शादी डेरागाजीखान मे गिरधारी लाल की पुत्री के साथ हो गई और कुछ समय पश्चात् आप दोनो भाई हरुनावाद ( भावलपुर स्टेट वर्तमान पाकिस्तान) मे जाकर व्यवसाय करने लगे । पाकिस्तान बनने के बाद वे जयपुर आ गये और श्री जिनवर लाल ने अपना व्यवसाय शशी जनरल स्टोर कटला पुरोहितजी में प्रारम्भ कर दिया जिसमे इन्होने अच्छी उन्नति की । आपकी धर्म पत्नी का नाम श्रीमती देवी है और आपके सुरेशकुमार, तेजकुमार, अरुणकुमार तीन पुत्र है जो आपके साथ कार्यरत है । और चार पुत्रिया है । संस्थान - रागि जनरल स्टोर । निवास-रामगज वाजार | श्री सुरेशकुम रजी आप श्री जिनवरलालजी के प्रथम पुत्र है । आपकी धर्म पत्नी इन्द्रा जैन है । आपके मात्र दो पुत्र है । आप अपने पिता के साथ रहते है एव व्यवसाय करते हैं । 000 श्री मोती लाल जी पाकिस्तान बनने के पश्चात् आप भी जयपुर आ गये और अपना अलग व्यवसाय करने लगे । आपका विवाह भगवती देवी सुपुत्री गिरधारीलाल पुत्र श्री त्रिलोकीचन्द के साथ हो गया । क्षय रोग हो जाने के कारण प्रोावस्था मे आपका स्वर्गवास हो गया । आपके सृजय एक मात्र पुत्र एव दो पुत्रिया है । 000 अन्य परिवार श्री बशीलालजी वशीलालजी मुल्खराज जी के पुत्र पहले जम्मू (कश्मीर) मे रहते थे । आपका विवाह श्रीमती प्रकाश देवी (सुपुत्री श्री माधोदासजी) के साथ हुआ । थोडे समय पश्चात् आप जयपुर आकर रहने लगे । आपका रत्नो का व्यवसाय है । अधिकतर विदेशो को नियान करते है इसलिए आप अधिक समय विदेशो मे रहते है । आपके पुत्र अनिल एव सुनील है । 66 श्री राजीव जैन आपके पिता का नाम चिमन लाल है । आप जम्मू में रहते थे । बाल्यावस्था से ही आपकी माता का देहावसान हो गया और आप अपने नानी श्री माधोदास जी के पान रहने लगे । शिक्षा के पश्चात् आप भी अपने माँसा श्री वशीलालजी के साथ रत्नो ना व्यवसाय करते है 1 मुलतान दिगम्बर जैन समाज इतिहास के आलोक मे I 163

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