Book Title: Meri Bhavna Author(s): Jugalkishor Mukhtar Publisher: Veer Seva Mandir Trust View full book textPage 9
________________ 7 | मेरी भावना विषयों की आशा नहिं जिनके, साम्य-भाव धन रखते हैं। निज-पर के हित-साधन में जो निश दिन तत्पर रहते हैं। स्वार्थ त्याग की कठिन तपस्या बिना खेद जो करते हैं। ऐसे ज्ञानी साधु जगत् के दुःख समूह को हरते हैं।।2।।Page Navigation
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