Book Title: Meri Bhavna Author(s): Jugalkishor Mukhtar Publisher: Veer Seva Mandir Trust View full book textPage 21
________________ 19 । मेरी भावना होकर सुख में मग्न न फूले, दुख में कभी न घबरावे। पर्वत नदी श्मशान भयानक अटवी से नहिं भय खावे । रहे अडोल अकम्प निरन्तर, यह मन दृढ़तर बन जावे। इष्ट-वियोग अनिष्ट-योग में, सहन शीलता दिखलावे।।8।। DOIONPage Navigation
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