Book Title: Meri Bhavna Author(s): Jugalkishor Mukhtar Publisher: Veer Seva Mandir Trust View full book textPage 27
________________ 25 | मेरी भावना फैले प्रेम परस्पर जग में, मोह दूर ही रहा करे। अप्रिय-कटुक-कठोर शब्द नहिं, कोई मुख से कहा करे । बनकर सब युगवीर हृदय से, देशोन्नति रत रहा करें। वस्तु स्वरूप विचार खुशी से सब दुख संकट सहा करें।।11।। VIYAPage Navigation
1 ... 25 26 27 28