Book Title: Meri Bhavna Author(s): Jugalkishor Mukhtar Publisher: Veer Seva Mandir Trust View full book textPage 7
________________ 15 | मेरी भावना जिसने राग-द्वेष कामादिक, जीते सब जग जान लिया। सब जीवों को मोक्षमार्ग का, निस्पृह हो उपदेश दिया । बुद्ध, वीर, जिन, हरि, हर, ब्रह्मा, या उसको स्वाधीन कहो । भक्ति भाव से प्रेरित हो यह चित्त उसी में लीन रहो।।11।।Page Navigation
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