Book Title: Meri Bhavna Author(s): Jugalkishor Mukhtar Publisher: Veer Seva Mandir Trust View full book textPage 13
________________ 11 । मेरी भावना अहंकार का भाव न रक्खू नहीं किसी पर क्रोध करूँ। देख दूसरों की बढ़ती को कभी न ईर्ष्या भाव धरूँ । रहे भावना ऐसी मेरी सरल सत्य व्यवहार करूँ। बने जहाँ तक इस जीवन में, औरों का उपकार करूँ।।4।। NIYAPage Navigation
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