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Dr. L. P. Tassitory Bikaner ( India ) (1)
जोधपुर, ता ४ जन 1974
उपाध्याय श्री इंद्र विजयजी की सेवा में
मिली. यह मुक्तक
आप को भेजी हुई उदैपुर की गजन सिंघी टेक चंद्र जी ने बनारस से मेरे पास भेजी है वे यहां नहीं आए. और यशोभद्रसूरि के संबंध में दीपविजय कविराज का लिखा हुआ अंश भी मुझ को मिला मैं आप को अनुपम कृपा के लिये अंतःकरशा से धन्यवाद देता हूं
अत्यंत शोक के साथ लिखा जाता है जो सेना में नौकर
मर गया
ईश्वरेच्छा
कि मेरा छोटा भाई पर्वत के गिर कर क्या किया जाए.
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मैं नौ तारीख शनिवार को अतःकाळ
दबाना हो कर फालना करीन दो बजे पहुंचूंगा और आशा है कि शाम पास पहुंच जाऊंगा.
को आप के
आचार्य वर्ष श्रीधर्मविजय सूरिजी
पूज्यमाद
के चरणों में मेरा प्रणाम निवेदन
करें
आप का कृपाभिलाषी,
Sr. D. Tessitar.
[ डा० सीटोरी के हिन्दी हस्व लेखन का एक नमूना ] Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
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