Book Title: Laghu Shanti Vidhan
Author(s): Rajmal Pavaiya
Publisher: Akhil Bharatiya Jain Yuva Foundation

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Page 3
________________ प्रथम तीन संस्करण : 6,000 (16 सितम्बर, 2007 से अद्यतन) द्वितीय संस्करण : 2,000 (25 दिसम्बर, 2009) योग : 8,000 मूल्य : 6 रुपये-- प्रकाशकीय अखिल भारतीय जैन युवा फैडरेशन प्रारंभ से ही पूजन-विधान सम्बन्धी साहित्य के प्रकाशन में विशेष रुचि लेता रहा है, अतः उसी क्रम में कविवर राजमलजी पवैया द्वारा रचित 'लघु शान्ति विधान' का प्रकाशन करते हुए हमें विशेष हर्ष हो रहा है। __ जैन समाज में अनेक विशेष अवसरों पर शान्ति विधान का आयोजन कियाजाता है, लेकिन उन अवसरों पर समय की मर्यादा का भी ध्यान रखना पड़ता है, अतः शान्ति विधान (नवदेव पूजन-विधान) को भी यह संक्षिप्त स्वरूप कविवर राजमलजी पवैया ने ही प्रदान किया है, एतदर्थ हम उनके आभारी हैं। प्रस्तुत कृति के प्रकाशन का दायित्व सदा की भाँति प्रकाशन विभाग के प्रभारी श्री अखिल बंसल ने बखूबी सम्हाला है तथा शुद्ध मुद्रण हेतु प्रूफरीडिंग के कार्य में श्री शान्तिकुमारजी पाटील ने अपना विशेष सहयोग प्रदान किया है अतः ये सभी महानुभाव धन्यवाद के पात्र हैं। ___इस कृति के माध्यम से हमारे आराध्य नवदेवों की आराधनापूर्वक हम स्वयं भी शीघ्र ही अपना कल्याण करें यही मंगल भावना है। - परमात्मप्रकाश भारिल्ल महामंत्री - अखिल भारतीय जैन युवा फैडरेशन मुद्रक : प्रिन्ट 'ओ' लैण्ड, बाईस गोदाम, जयपुर

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