Book Title: Kuvalaymala Kaha Ka Sanskritik Adhyayan
Author(s): Prem Suman Jain
Publisher: Prakrit Jain Shastra evam Ahimsa Shodh Samsthan

View full book text
Previous | Next

Page 452
________________ ४३२८ कुवलयमालाकहा का सांस्कृतिक अध्ययन अय्यर : टाउन प्लैनिंग इन एन्शियण्ट डेकन अल्तेकर, ए० एस० : एन्शियण्ट टाउन्स एण्ड सिटीज इन गुजरात एण्ड काठियावाड़, ब्रिटिश इण्डिया प्रेस, मेजगाँव, १९२६ " " : एजूकेशन इन एन्शियण्ट इण्डिया, बनारस, १६३४ : राष्ट्रकूटाज एण्ड देयर टाइम्स, पूना, १९३४ " : अलबरूनी इण्डिया, १ अवस्थी ए० एल० : प्राचीन भारत का भौगोलिक स्वरूप, कैलाश प्रकाशन लखनऊ, १९६४ आचार्य, पी० के० : डिक्शनरी आफ हिन्दू आर्टिटेक्चर, आक्सफोर्ड, १९२७ आचार्य, रजनीग : महावीर मेरी दृष्टि में, दिल्ली, १९७१ आप्टे : संस्कृत अंग्रेजी डिक्शनरी इलियट एण्ड जनसन : हिस्ट्री आफ इण्डिया एज टोल्ड वाइ इट्स ओन हिस्टोरियन्स्, भाग १ उपाध्ये, ए० एन० : कुवलयमाला ( द्वितीय भाग, अंग्रेजी प्रस्तावना) सिंधी जैन ग्रन्थमाला बम्बई, १९७० उपाध्याय, बी. एस. : कालिदास का भारत, १-२ भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली " : इण्डिया इन कालिदास, चाँद एण्ड कम्पनी, दिल्ली : गुप्तकाल का सांस्कृतिक इतिहास, उपाध्याय, भरतसिंह : बुद्धकालीन भारतीय भूगोल, प्रयाग, सं० २०१८ : बौद्ध दर्शन तथा अन्य भारतीय दर्शन, भाग १ उपाध्याय, राम जी : प्राचीन भारतीय साहित्य की सांस्कृतिक भूमिका, इलाहाबाद, १९६६ उपाध्याय, वासुदेव : पूर्वमध्यकालीन भारतीय इतिहास, भारती प्रकाशन, प्रयाग " , : एपिग्राफिका इण्डिका, भाग १ ओम प्रकाश : फुड एण्ड डिक्स इन एन्शियण्ट इण्डिया औंध : अजन्ता ओझा, जी० एच० : राजपूताने का इतिहास कनिंघम. ए० : एन्शियण्ट ज्योग्राफी आफ इण्डिया, कलकत्ता, १९२४ कत्रे : प्राकृत लैंग्वेजेज एण्ड देयर कण्ट्रीब्यूशन टू द इण्डियन कल्चर, भारतीय विद्या भवन, बम्बई, १६.४५ : सद्धर्मपुण्डरीक ( अंग्रेजी अनुवाद ) : काण्हण दे प्रबन्ध काणे, पी० वी० : हिस्ट्री आफ धर्मशास्त्र, भाग-१-४, पूना : ए हिस्ट्री आफ संस्कृत लिटरेचर, आक्सफोर्ड, १९४८ कोथ एवं मैकडोनल : वैदिक इण्डेक्स, जिल्द प्रथम, कुमारस्वामी : इण्डियन एण्ड इण्डोनेशियन आट : एन्शियण्ट इण्डियन आर्टिटेक्चर कुर्ट रोक : द हिस्ट्री आफ़ म्युजिकल इन्स्ट्र मेन्ट, गाता एण्ड महाजन : अजन्ता, एलोरा एण्ड औरंगाबाद केन्स कर्न कीथ

Loading...

Page Navigation
1 ... 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516