Book Title: Kuvalaymala Kaha Ka Sanskritik Adhyayan
Author(s): Prem Suman Jain
Publisher: Prakrit Jain Shastra evam Ahimsa Shodh Samsthan
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शब्दानुक्रमणिका
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चौरासी १६१ चौलमण्डल २१३ चौलुक्य (राजा) ३६२ चौहान ११८
छड़ी (दण्ड) २९५, ३०२ छत्तीसगढ़ी ५४ छत्तीसगढ़ी बोली २५८ छत्र २४०, २८१ छन्द २३१,२३२ छन्द-योजना १७ छत्ररत्न ६४ छद्मस्थता १३५ छप्पण्णय ३५, ३९६ छल ३७९ छह प्रमाण ३८० छात्र २५८, २७५ छावनी २१५, ३१२, ३१५ छिन्न (निमित्त) २३९ छींक निर्णय २३३ छुरिका २२, २३, १६८ छुरिया १६८ छेदसूत्र २२९
जन्म २३८ जन्मनक्षत्र १०२ जन्मपत्री १०४ जन्मान्तर ६० जन्मोत्सव २७५, २८४, २९६ जन्या ३१९ जबलपुर ३३६ जमींदारीप्रथा ३९७ जमुना ६४ जम्बुचरियं ९, ४४ जम्बूद्वीप २१ ५६,६३,६४,७०, ८९ जम्बूद्वीप-पण्णत्ति ८१ जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति २३२ जम्मेहिका (छ-द) १७, ३९६ जयकुंजर (हाथी) ३१९ जयघण्टा २९२ जयदत्त ११८,२३७ जयतुंगा ७३ जयन्त ६४ जयन्तपुर ६५ जयन्ती ३५० जयन्तीपुर ६४ जयपुर ३०९ जयमंगलाटीका ३३७ जयवर्मन २५, ४४, ६७ जयश्री (नगरी) २७, ६५, ८७, ९१, ९२,
२११, २१७, ३०७, ३०८, ३१४ जयश्री मण्डी १९३ जयशंकरप्रसाद ३२ जयशेखरसूरि ३२ जयसिंहसूरि ३८ जल ३६३, ३७४, ३७७ जलक्रीड़ा ७८,३२६, ३९९ जलजीव ३३३ जल तल ले २५८ जलदस्यु २०४ जलपक्षी ३३३ जलपतन ९७
जउ ल (हूण) ११७ जंत्र २८६ जगन्मिथ्यात्व ३६९,४०० जगत् स्वामिन् ३९१ जच्चसुवण्ण २२२, ३९८ जटिल ३९ जटाचार्य ३९ जटाकलाप १६३ जटाकलाप-सोहिल्लं १६२ जटासिंहनन्दि ३९, १०१ जनपथ १३६ जनकपुर ६०,७० जनार्दन २५९
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