Book Title: Kuvalaymala Kaha Ka Sanskritik Adhyayan
Author(s): Prem Suman Jain
Publisher: Prakrit Jain Shastra evam Ahimsa Shodh Samsthan
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शब्दानुक्रमणिका
४४५
उमा ३५७ उल्कापात १३७,२०६ उल्लापकथा ८ उल्लोकछत्र ३३२ उजयन्त ( रैवतक ) ६१ उर्दूबाजार ३१५ उवरिम-वत्थं १४२ उसिरध्वज ५७
एफिग्राफिआइण्डिका १। एला ३२४ एलामलै ७६ एलोरा ३६२ एशिया ३६६ एहं-तेहं २५७
ओ
ऊँट ३११ ऊपरीतल ३३१
ओंकार ७८ ओझा (१०६, ३६१ ) ओड १०८ ओड्र २५८ ओड्डा १०६ ओलग्गड ३६७ ओसिया ३५१, ३५३
प्रौ
ऋग्वेद ३५३,३७० ऋज्वागत ३०५ ऋतु २३८, ३८४ ऋषभजिनेश्वर ६ ऋषभदेव १९, ५४, १०१, १०५, २४१,
२७३, २८८, २९०, ३३४, ३३५,
२८७, ३६३ ऋषभनाथ ८ ऋषभपुर २९, ७०, ७३, २१७, ३१६,
३१८, ३३७ ऋषि ३५६
औपपातिक १८२, २३२ औरंगजेब ३६२ औषधिवलय २७, २२३, २३५
एकतंत्री २८५ एकदण्डी ३६० एकान्त करुणा ३७४ एकान्तिकधर्म ३६६ एकात्मवादी ३५८ एगारसं १९७ एगारसगुणा २००, ३९८ एगे-ले २५६ एगिका १४, १६, २८, ६६, १०५, १५४,
१५६, २२६, २४०, २४१, २४२, ३५२
कंचुक १४४, १५५ कंठ-कप्पड १३६, १४२ कंचुकी ३१६,३२० कंठरोग १७२ कंठा १६२, २६७ कंठाभरण १५६ कंठाभूषण १५६, २५६ कंठाल ( रावटी ) २१६ कंठिका १५७, १५९, १६२ कंठिकाभरण १५६ कंथा १४३, १४६, १४७, २६७, ३६७ कंथा-कप्पड़ १३६ कंबल १३६, १४३, १४४, १५३, १५६ कंबुज ८६ कंबोज १४३
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