Book Title: Kuvalaymala Kaha Ka Sanskritik Adhyayan
Author(s): Prem Suman Jain
Publisher: Prakrit Jain Shastra evam Ahimsa Shodh Samsthan

View full book text
Previous | Next

Page 457
________________ सन्दर्भ ग्रन्थ ४३७ हिरीयण्णा, एम० : आउट लाइन्स आफ इण्डियन फिलासफी, आक्सफोर्ड युनिवर्सिटी प्रेस लन्दन, १९६५ हीरर्थ, फाइडरिच : चीन एण्ड द रोमन ओरिएण्ट हीरालाल : जैन शिलालेख संग्रह भाग १, माणिकचन्द जैन ग्रन्थमाला, बम्बई हेरिंगम : अजन्ता फ्रेस्कोज (ग) शोध-पत्रिकाएँ एवं रिपोर्ताज : अनेकान्त ( द्विमासिक ), वीर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, दिल्ली-६ इण्डियन कल्चर इण्डियन एंटिक्वेरी, जिल्द ६२ इण्डियन हिस्टोरिकल क्वाटर्ली, कलकत्ता, १९५७ इण्डो-ईरानियन जर्नल, द हगु, १९५७, भाग १, नं० ३, १९५३ ईस्ट एण्ड वेस्ट, रोम, १९७१ एनल्स आफ द भंडारकर ओरियण्टल रिसर्च इन्स्टीट्यूट पूना, १९४० भाग २१, २८, ४८-४६ आदि एनुअल रिपोर्ट आफ द डायरेक्टर जनरल आफ आर्किओलाजी आफ इण्डिया १००२-३ एन्शियण्ट इण्डिया कल्याण, गीताप्रेस गोरखपुर, महाभारत अंक द क्वाटर्ली रिभ्यू आफ हिस्टोरिकल स्टडीज, कलकत्ता भाग ५, अंक ४ जर्नल आफ ओरियण्टल इन्स्टीट्यूट, बड़ौदा, भाग ११, अंक ४ जर्नल आफ ओरियण्टल इन्स्टीट्यूट, पूना, १९६५ जर्नल आफ द गुजरात रिसर्च सोसायटी, अहमदाबाद, १९६० जर्नल आफ रायल एशियाटिक सोसायटी, कलकत्ता, १६१५ जर्नल आफ द न्यूमेसमेटिक सोसायटी इन इंडिया, भाग १६ जर्नल आफ द बिहार एण्ड उड़ीसा रिसर्च सोसायटी, १६२८ जर्नल आफ द युनिवर्सिटी आफ बाम्बे, जनवरी १६४० जर्नल आफ द सोशल एण्ड एकानामिक हिस्ट्री आफ द ओरियण्ट, ई० जे० ब्रिल, लेडन हालैण्ड, १९७१ जैन जर्नल, कलकत्ता १९७० जैन एण्टीक्वेरी, आरा जैनदर्शन और संस्कृति परिषद् पत्रिका. कलकत्ता, १९६६ जैन साहित्य संशोधक, पूना, १६२७ जैन सिद्धान्त भास्कर, आरा, १९५३ नागरी प्रचारिणी पत्रिका, सं० २००५, अंक ३-४ पूना ओरियण्टलिस्ट, भाग ११, १६४६ पुराणम्, रामनगर काशी, १९६०

Loading...

Page Navigation
1 ... 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516