Book Title: Kuvalayamala Part 2
Author(s): Udyotansuri, A N Upadhye
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan
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कुवलयमाला भक्खाभक्खाण समं २०४-१९ । भाउय विवेगरहिओ २६४ -७ । भो भो हो पक्खिगणा २६७ - १२ भगवं किं तं सच २४६ -२५ भागीरहिजल २०५-९ भो साहू देवो वि य १०१-२६ भगवं के पुण सत्ता २६१-८ मारसयं अह कोडी १५३-१६ भगवं घरम्मि महिला ९०-१० भावम्मि तम्मि णियमा २४२ -११ मउयं महुरं वामो १८४-३ भगवं जइ तं सच्च २५८-२० भावेण अणुदिणं चिय २६९-२९ मउया णिद्धा सुहया १३१-६ भगवं जइ ता जोग्गो ७२-१४ भावेसु भावणाओ २११ - १९ मज्ज वि महाणिद्दा १४३-४ भगवं जं तुह णामं ११९-८ भासाभासणजोग्गे ९३.३ मज्झ ण जुजइ एयं २२५-२१ भगवं जे तुह आणं १०० - २६ . भिच्चो वि होइ सामी ३०-२५ मज्झण्हगिम्हताविय ११३ -१९ भगवं णयाणिमो चिय ११९-२६ भिण्णा संपुण्णा वा १२९-१७ मज्झं पुण पेच्छसु वल्लहेण ५३ -८ भगवं णयाणिमो चिय ११९ - १९ भिण्णो य कम्मबंधो २४६-१० मज्झे संखित्तपायाण १२९-२६ मगवं तं चिय णाहो १२०. ६ । भिंगारतालियंटे ९३-१७ । मडहेहिँ य थूलेहिँ य भगवं पडिबुद्धो हं २६८-७ ।। भीसणकरालसियदंत २९-२३ मणणंगलेण पूए १९२-२७ भगवं पुण तं चिय मयण- ३२-२७ भीसणजणणमरण ९४-९ मणथोरं भरिऊणं १९३-४ भगवं पुरिसा बहुए २४५ -२ भुंजउ जं वा तं वा परि- ४५-२९ मणवयणकायगुत्ता ३४-२८ भणिइविलासवइत्तण ३-२१ भुंजसि पुणो वि भुंजसु १५६ -१४ मणवयणकायजोगे २२२-२९ भणिए विलासिणीहिं ८-१३ भुंजसु देमि जहिच्छं २४८- १७ मणवेगिणो य पणमह २८३ - १८ भणियं च तेण मुणिणा- १९२ - १९ भुंजसु देसु जहिच्छं ६६-१६ मणहरविलासिणीयण २५६-२० भणियं च तेण मुणिणा १९२-२४ भुमयधणुकालवट्ठा २३३ -२७ मणिपोमरायघडियं ९२-२६ भणियं च तेहिँ भगवं १९२ - २३ भुयगस्स व मुहकुहरे २५१-२३ मणिपोमरायघडियं १०९-५ मणिया ते जणणीए १९०-३३ भुयणयणमज्झयारे २४-२ मणिरयणकणगचित्तं १८३-१४ भण्णए समए भणिया २८१-१७ भोगतिसिओ वि जीवो २५४-५ मणिरयणभूसियंगी १९९-३३ भत्तं व सउणयाणं २७५ -२७ भोगी अत्थस्स दाया १९-१६ मणिरहकुमार एसो २४४-२५ भत्तारदेवयाणं २६६-३० भोत्तूण तत्थ मोए ५-१७ मणिसोमाणविणिम्मिय ९४-१५ भत्तिबहुमाणजुत्तण ३०-२२ भो बउल तुमं पि मए १८०-३२ मणुयत्तणणाहिलं १८५-१६ भत्तीएँ जे उ तुट्ठा २५७-३ भो भो अलं इमेणं २४८ - १९ मणुयत्तणम्मि एवं २७४ -२२ भद्दमुह एस सुमिणो २६९ - ११ | भो भो एयं आम २४८-४ मणुयत्तणाउ चुक्को २१०-५ भम रे भम रे अइभमिर ३३-२८ भो भो एयं मासं . २४८ -१५ मणुयत्तणे वि रज २५४-२१ भमिऊण सयलपुहई २५९-१६ | भो भो कयंब तं पि हु १८१-९
मणुयत्तणे विलद्धे ८८-४ भयवं जं ते कहियं ४९-११ | भो भो गिरिवरसिहरा १९२-१२ ।
मणुयाउगं णिबद्धं ४०-२१ भयसज्झससेउक्कंप १२२-१७ भो भो णरवरवसभा २०१-२५ मणुयाण णस्थि सोक्खं १९० - १६ भयहासकसाएहिँ य १४४-२ भो भो तुम पि चंपय १८१ १ मणुया वि अणेयविहा १४३ -२१ भरहे अवरविदेहे २७७-१३ भो दिव्वो सि तुमं २५५-१४ मण्णइ हु तणसमाण १५-६ भवजलहिजाणवत्तं ३४-२१ भो भो पियालपायव १८१-५ मण्णसु पिय व भायं १७९-२१ भवणम्मि जह पईवो १७९-१४ | भो भो पेच्छह देवा १०२-८ मत्तकरिकामिणिदुर १२३ -२ भवरुक्खपावकुसुम २६६-१० भो भो भणामि सव्वे ४३-२५ मत्ताबिंदुवियप्पं २६९-३ भव्वाण भवसमुद्दे २७७-२१ | भो भो मुणिवर सुव्वउ १९२ - १८ मयकोहमाणलोहा १४३ -५ भसलालिमुहलहल १४-३० भो भो रक्खपिसाया २४७-३१ मयगलगंडयलगलंत १२८-२ मंजंतो सीलवर्ण २७०-२२ भो भो वणदेवीओ १०७-१ मयणमहाहववेला ८४-२ भंतूण मयणदेहं २३३-२४ | भो भो सहधम्मयरा २०३-१७ | मयतण्हावेलविए ११३ -२६ भाउय तं सि खमेजसु २६३ - ३४ । भो भो सुणेह तुब्मे ५३-६ । मयमाणकोहलोहे ८७-२
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