Book Title: Kusumavali Author(s): Hemchandracharya, Publisher: Rushabhdevji Chhagniramji Jain Shwetambar Samstha View full book textPage 5
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir HAMOSHOOMADI सादरसमर्पणम् प्रातःस्मरणीय परम पूज्य आगमोद्धारक आचार्यदेवेश श्री १००८ आनन्दसागरसूरीश्वरजीने आपश्रीनी शासनसंरक्षक-शासनहितवर्धक मानसिकवाचिक अने कायिक प्रवृत्तिओथी आजे समस्त जैनशासन ऋणी बन्युं छे, तेमज आपश्रीना अनेकानेक उपकारोथी उपकृत थयेल आपश्रीना विद्वान् शिष्यरत्न श्री सिद्धचक्र आराधक समाज त्था श्री नवपद आराधक समाज आदि संस्था संस्थापक पंन्यासप्रवर श्री चन्द्रसागरजी महाराजजीनी खास प्रेरणाथी आपश्रीना चरणकमलमां आ ग्रन्थरत्न समर्पण करी पठन करनाराओ व्याकरणविभागना वधु रसिक बने एवा आशीर्वादनी अभिलाषा साथे विरमीए छीए. लि० श्री ऋषभदेवजी छगनरामजीनी पेढी उज्जैन (मालवा) For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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