Book Title: Khartargacchacharya Jinmaniprabhsuriji Ko Pratyuttar
Author(s): Tejas Shah, Harsh Shah, Tap Shah
Publisher: Shwetambar Murtipujak Tapagaccha Yuvak Parishad
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________________ श्रीमान न्याधीपती महोदय उच्चतम न्यायालय इन्दौर खण्डपीठ धारा 426 के अन्तर्गत जनहीत याचीका प्रस्तुत है / वादी1. श्री भुषण पिता नवीन चन्द्र शाह आदिनाथ कॉलोनी गटलोधीया अहमदाबाद घंधा- व्यापार मो. नं.: 9601529519 2. श्री संजय पिता फतेहलाल कोठारी 1. मह रोड रतलाम घंघा- व्यापार मो. नं.: 9826030583 प्रतिवादी1. श्रीमान जिलाधीश महोदय उज्जैन श्रीमान उपसंचालक महोदय (पुरातत्व विभाग उज्जैन) श्रीमान हीरालाल जी छाजेड अध्यक्ष श्रीमान निर्मल कुमार जी सकलेचा उपाध्यक्ष 5. श्रीमान चन्द्रशेखर जी डागा सचिव 6. श्रीमान ललीत कुमार जी बाफना कोषाध्यक्ष आदि ट्रस्टीगण अवन्तिका पार्श्वनाथ मंदिर दानीगेट उज्जैन / अवन्तिका पार्श्वनाथ संक्षिप्त इतिहास श्यामवर्ण के प्राचीन अवन्तिका पार्श्वनाथ प्रभु के दायी और आदिनाथ प्रभु श्वेतवर्ण संवत 1485 की प्रतिमा विराजीत है जो आदिनाथ प्रभु की समकालीन है उक्त प्रतिमा की प्रतिष्ठा तथा जीर्णोद्धार विक्रम सम्वत 1684 के लगभग विजयसेन सुरीश्वर जी के अनुसार हुआ विक्रम सम्वत 1692 वीर विजय हिर सुरीजी की पादुका प्रतिष्ठा एवं छतरी का निर्माण हुआ तपागच्क्षीय आचार्य जयचन्द्र सुरीजी द्वारा विक्रम संवत 1384, 1509 में धातु की पंचतिर्थी की प्रतिष्ठा की गई विक्रम संवत 1518 के तपागच्क्षीय आचार्य द्वारा प्रतिष्ठीत पंचतिर्थी प्रतिमा जीनालय में विराजीत है विक्रम सम्वत 17 एवं 18वी शताब्दी का जीर्णोद्धार का उल्लेख मिलता है उक्त प्रमाण शास्त्रो अनुसार / / नमो तित्थस्य / / नामक पुस्तक से संकलीत किया गया है अतः यह मन्दिर प्राचीन एवं पुराना है