Book Title: Ketlik Aetihasik Aprakat Krutio
Author(s): Suyashchandravijay, Sujaschandravijay
Publisher: ZZ_Anusandhan

View full book text
Previous | Next

Page 6
________________ फेब्रुआरी २०११ १०९ भरतभूपतिभूपतिसेवितं, तनुजबाहुबलीश्वरचर्चितम् । नववसुप्रमितोद्वहतारणं, नमत हीरविहारविभूषणम् ॥१०॥ जयजयारवबन्दिजनैः स्तुतं, सततवैणिकगीत्युपवीणितम् । विमलकेवलचारुविलोचनं, नमन हीरविहारविभूषणम् ॥११॥ गणधरादिमुनिव्रजमध्यगं, सकलजातिसुरैः कृतसेवनम् । विविधनाट्यविधानसुरञ्जितं, नमत हीरविहार विभूषणम् ॥१२॥ वरगुणावलिरत्नमहानिधि, सकलरत्नसुधारुचिना मुदा, स्तुतिपथं विनयादवतारितं, नमत हीरविहारविभूषणम् ॥१३।। ॥ इति श्रीहीरविहारविभूषण-श्रीऋषभदेवस्तवनं सम्पूर्णम् ॥छ।।

Loading...

Page Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14