Book Title: Karan Prakash
Author(s): Bramhadev, Sudhakar Dwivedi
Publisher: Chaukhamba Sanskrit Series Office

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Page 275
________________ स्पन्द पद नि-पद वि-म-वद शद पा-क्रन्द खिद विद चुलुचुल, फंद पजज निव्वल, निप्पजज ; विट्ठ, विलोठ, फंस; विसंवत्र; रुव, रोव ; झड, परकोड णीहर, अक्कन्द ; जूर, विमूर, खिम, मिज्ज रुच्छण्ड्य, रुम्भ, रुह्य हक्क, निसेह; जूर, कुझ्ज ; जात्र, जम्म; सड, तड्ड, तड्डव, विरल थिपप, अल्लिय, उवमपप; मंख; रुध नि-सिध कध जन तन हंप उप-सृप सं-तप वि-श्राप श्रीअग्ग, वाव सम्-श्राप क्षिा समाण, समाव गलत्य, अड्डरक, दूसोल, पल्ल, गोल, (वुह, हुल, पर, घन्त, गुल, खिव 20 Aho ! Shrutgyanam

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