Book Title: Kalpsutram Part 02
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 895
________________ कल्पसूत्रे सागरोपम, जन्म नगरी क्षत्रियकुंड, पिता का नाम सिद्धार्थ, माता का नाम त्रिशला, महावीर । प्रभोः सशब्दार्थे । आयुष्य ७२वर्ष, गर्भकल्याणक अषाढ शुक्ल षष्ठी, जन्म कल्याणक चैत्र शुक्ल त्रयोदशी, चरित्रम् ॥८७९॥ | कुंवर पद २८ वर्ष, राज्य गादी एक दिन शिबिका चन्द्रप्रभा दीक्षा कल्याणक मार्ग शीर्ष कृष्ण दशमी, अकेले, पहली गोचरी देने वाले का नाम बहुल, पहली गोचरी में क्या मिला खीर, छद्मस्थ अवस्था का समय १२वर्ष ६॥मास, चैत्यवृक्ष, कानाम साल वृक्ष केवल कल्याणक वैशाख शुद दशमी निर्वाण कल्याणक कार्तिक कृष्ण अमावास्या, देह प्रमाण ७ सात हाथ, वर्णकंचन, लक्षण सिंह, नायक गणधर इन्द्रभूति, अग्रणी साध्वी चन्दनवाला, म प्रव्रज्या का समय ४२वर्ष, गणधर संख्या ११ ग्यारह, साधु संख्या १४ हजार, साध्वी संख्या ३६ हजार, श्रावक संख्या १ लाख ५९ हजार, श्राविका संख्या तीन लाख १८ ॥ हजार, साधु केवली ७०० सातसौ, साध्वी केवली १ एक हजार चारसौ अवधिज्ञानी १ एक हजार तीनसौ, मनःपर्यायी पांचसौ, चतुर्दशपूर्वी तीनसौ, वैकुर्विक सातसौ, ॥८७९॥

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