Book Title: Jiske Dil Me Navkar Use Karega Kya Sansar
Author(s): Mahodaysagarsuri
Publisher: Kastur Prakashan Trust

View full book text
Previous | Next

Page 435
________________ -जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? - श्री नमस्कार महामंत्र के जाप में मौलिक शक्ति का विकास करने हेतु अधखुली मुट्ठी के रूप में चार अंगुलियां मोड़कर तर्जनी के बीच के वेढे पर माला रखकर, अंगुठे के ऊपर के वेढे से नख का स्पर्श न हो उस प्रकार मणके घुमाकर जाप करने का शास्त्रीय विधान है। कैसी माला का उपयोग करना? नवकार मंत्र के जाप के लिए अट्ठारह अभिषेक की हुई माला, आचार दिनकर के प्रतिष्ठा मंत्र से प्रतिष्ठित और सूरिमंत्र या वर्धमान विद्या से अभिमन्त्रित होनी चाहिये। किसी के द्वारा गिनी हुई माला से नमस्कार महामंत्र का जाप नहीं करना चाहिये एवं अपनी माला दूसरे को गिनने हेतु नहीं देनी चाहिये। माला को किसी के हाथ का स्पर्श भी नहीं होने देना चाहिये। माला रखने के लिए एल्युमिनियम, स्टील, प्लास्टीक की किसी भी प्रकार की डिब्बी का उपयोग नहीं करना चाहिये। किस प्रकार की माला का उपयोग करना? सूत की माला या चन्दन की माला सर्वश्रेष्ठ है। प्लास्टीक की माला नहीं गिननी चाहिये। आज बिना समझ से प्लास्टीक की मालाएं बड़ी मात्रा में उपयोग में ली जाती हैं, वह उचित नहीं है। क्योंकि प्लास्टिक बनाने वाली कम्पनियों एवं वैज्ञानिकों से पत्र व्यवहार करने पर स्पष्ट जानने को मिला है कि "प्लास्टिक पेड़ में से निकलते द्रव्य जैसी वस्तु से बनता है, किन्तु आज के मोहक स्वरूप में तैयार करने हेतु बैल की आंतों का रस वगैरह अत्यंत अशुद्ध द्रव्य काम में लिये जाते हैं। इसलिए प्लास्टिक की माला का एकदम त्याग करने हेतु ध्यान रखना चाहिये। ___ नवकार के जाप में अन्य किन बातों का ध्यान रखना? ॐ श्री नवकार के जाप में एकाग्रता जरूरी है। ॐ माला एंव स्थान तय किये हुए होने चाहिये। 406

Loading...

Page Navigation
1 ... 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454