Book Title: Jiske Dil Me Navkar Use Karega Kya Sansar
Author(s): Mahodaysagarsuri
Publisher: Kastur Prakashan Trust

View full book text
Previous | Next

Page 448
________________ -जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? पढम होइ नमो सिद्धाणं एसो पंच मंगलं नमुक्कारो नमो लोए । सप्व साहूणं नमो अरिहंताणं नमो आयरियाणं) मंगलाणं सव्वेसिं, उवज्झायाणं सव्व पाव प्पणासणो (7) शंखावर्त नन्द्यावर्त जाप C.:. 419

Loading...

Page Navigation
1 ... 446 447 448 449 450 451 452 453 454