Book Title: Jinvani Guru Garima evam Shraman Jivan Visheshank 2011
Author(s): Dharmchand Jain, Others
Publisher: Samyag Gyan Pracharak Mandal

View full book text
Previous | Next

Page 6
________________ - R RIA 10 जनवरी 2011 जिनवाणी 6 विषयानुक्रमणिका प्रकाशकीय सम्पादकीय गुरु-गरिमा खण्ड जीवन-निर्माता : सद्गुरु : आचार्यप्रवर श्री हस्तीमल जी म.सा. सद्गुरु के प्रति समर्पण : आचार्यप्रवर श्री हीराचन्द्र जी म.सा. सच्चा गुरु व्यक्ति को कल्याण-मार्ग से जोड़ता है : उपाध्यायप्रवर श्री मानचन्द्र जी म.सा. श्रद्धा और समर्पण से मिलता है, गुरु का आशीर्वाद : आचार्य श्री देवेन्द्रमुनि जी म.सा. जीवन के कलाकार : सद्गुरु : उपाध्याय श्री पुष्करमुनि जी म.सा. जीवन में गुरु की महत्ता : मधुरव्याख्यानी श्री गौतममुनि जी म.सा. गुरु एक या अनेक : नयदृष्टि : तत्त्वचिन्तक श्री प्रमोदमुनि जी म.सा. गुरु की महिमा अपरम्पार : साध्वीप्रमुखा श्री मैनासुन्दरी जी म.सा. 'गुरु' का आध्यात्मिक स्वरूप : श्री कन्हैयालाल लोढ़ा गुरु-शिष्य का स्वरूप एवं अन्तःसम्बन्ध : क्षुल्लक श्री ध्यानसागर जी सद्गुरु का मिलना : एक सौभाग्य : श्री मोफतराज मुणोत जीवन-निर्माण में गुरु की भूमिका : श्री पी.शिखरमल सुराणा संकल्प-विकल्प मिटे मन के, गुरुवर को जब मैंने देखा : श्री सम्पतराज चौधरी गुरु का महत्त्व : श्रीमती सुशीला बोहरा जैन परम्परा में गुरु का स्वरूप : श्री पारसमल चण्डालिया Guru : A Light in Life : Dr. Ashok Kavad हिन्दी भक्ति-साहित्य में गुरु का स्वरूप एवं महत्त्वः डॉ. किशोरीलाल रैगर जैन साधना में सद्गुरु का महत्त्व : प्रो. पुष्पलता जैन गुरु-महिमा का छोर नहीं : श्रीमती अभिलाषा हीरावत श्रुतज्ञान की प्राप्ति का उपायः गुरु की उपासना : सुश्री नेहा चोरडिया गुरु-गरिमा : संकलन एवं अनुवाद 120 Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 416