Book Title: Jinvani Guru Garima evam Shraman Jivan Visheshank 2011
Author(s): Dharmchand Jain, Others
Publisher: Samyag Gyan Pracharak Mandal

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Page 1
________________ आर.एन.आई. नं. 3653/57 डाक पंजीयन संख्या RJ/JPC/M-07/2009-11 हिन्दी मासिक जिनवाणी वर्ष-67 अंक-12 एवं वर्ष-68 अंक-01* मूल्य : ₹ 100.00 * 10 जनवरी 2011* मार्गशीर्ष-पौष, सं. 2067 आचार्यप्रवर पूज्य श्री हस्तीमल जी म.सा. की जन्म-शताब्दी (अध्यात्म-चेतना वर्ष ) में प्रकाशित गुरु-गरिमा एवं श्रमण-जीवन विशेषांक पढम हवइ मंगलं णमो अरिहंताणं णमो सिद्धाण मंगलाणं च सव्वेसिं णमो आयरियाणं णमो उवज्झायाणं सव्व पावप्पणासणो णमो लोए सव्वसाहूण प्रज्ञा एसो पंच णमोक्कारो निर्मलता परस्परोपाहो जीवानाम् सम्यग्दर्शन-ज्ञान-चारित्र समता अहिंसादिपंच महाव्रत ईर्यादि पंच समिति अप्रमत्तता प्रचारक lotsOS मनोगुप्ति आदि त्रिगुप्ति Sp2०० मण्डल जयपुर मंगल-मूल, धर्म की जननी, शाश्वत सुखदा कल्याणी। Jain Educationa International xate Use Only A www.jainelibrary.org

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