Book Title: Jinraj Bhakti Adarsh
Author(s): Danmal Shankardan Nahta
Publisher: Danmal Shankardan Nahta

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Page 130
________________ ( १२१ ) Find मन्दिरजी के बाहर किसी दूर जगह अकूड़ो आदि स्थानमें गिरा देना चाहिये। वहां से आकर फिर से स्नान करनी चाहिये । १५ देहरासर मंगलिक होते समय घर जानेके वक्त निम्नलिखित बातोंपर ध्यान देना चाहिये । (क) दूसरीवार कचरा निकालते समय खिड़कियों, दोवार, जालियों आदिमें जो जाले वगैरह रह जाते हैं उन सबको दूर करना चाहिये और फिर बादमें कचरा निकालना चाहिये । कचरे में जो बादाम, सुपारी, चावल आदि हों उनको कोई जीवजन्तु न लगे ऐसे योग्य स्थान में रख देना चाहिये एवं रङ्गमण्डप में पड़े हुए धूपदान, पट्ट े आदि को किसी के पैरोंमें नहीं पड़े एवं जहां टूटे फूटे नहीं ऐसे स्थान में रख देना चाहिये । (ख) उपर लिखे अनुसार खिड़कियों, जालियों आदिको हर रोज साफ करना चाहिए Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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