Book Title: Jinabhashita 2006 09
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra

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Page 23
________________ सभी कार्य यथा समय ही होंगे। एक मिनट का भी विलम्ब | नहीं होगा। जो लेट आयेगा उसे सम्मिलित नहीं किया जायेगा। 11. मन्दिर में घरेलू, व्यवसायिक आदि कोई चर्चा नहीं होगी। तो मैं सभी से निवेदन कर रहा हूँ कि जिसे ये नियम स्वीकार्य हों, वही सम्मिलित हो। वकील साहब ! जब आपका उपयोग विधान में रचपच जायेगा, तो लघुशंका की शिकायत का मौका ही नहीं मिलेगा। इतने लम्बे चौड़े प्रावधान सुनकर एक बार तो हमारे परिवार का मन हिचकिचाया, किन्तु सभी नियम कठोर होते हुए भी अच्छे लगे। हमने स्वीकार कर ही लिए और विधान में सम्मिलित हो गए। आठ दिन कैसे व्यतीत हो गए, पता ही नहीं लगा। कार्यक्रम में इस तरह बँध गए कि चाय नाश्ता सब भूल गए, और संयमित जीवन सादगी से सन्त की तरह चलता रहा। कहना पड़ेगा कि विधान में आनन्द आ गया। हमने अधिकतर विधान भोजन के बाद ही किए हैं। लेकिन जो आनन्द भूखे पेट विधान करने में आया, वह आनन्द पेट भरकर विधान करने में कहाँ ? मुनिराजों का सान्निध्य भी इस विधान में मिला । मुनिराज भी इस अनुशासनात्मक विधान की सराहना किए बिना नहीं रह सके I सच भी है, जहाँ वीतरागी सिद्ध भगवान् के गुणानुवाद किये जा रहे हों, वहाँ राग भरे नृत्य-गान मनोरंजन हों, वे भी क्यों ? श्री शास्त्री जी सचमुच अनुभवी और सिद्धान्त के पारगामी हैं। सरलस्वभावी और निर्लोभी हैं। मैंने, मेरे परिवार ने ऐसे सरल सादगी से भरे पण्डित जी पहले नहीं देखे | 9 दिन तक पण्डित जी ने न घी खाया और न मीठा और न मेवा, फल आदि । इतनी उम्र और इतना बोलना, सचमुच आश्चर्य हुआ। प्रवचनशैली हृदय छू लेने वाली रही । सच, विधान अनुष्ठान हो, तो ऐसा जैसा अहमदाबाद में हुआ । गाँधी नगर, गुजरात ( अहमदाबाद ) नई दिल्ली-हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस के पार्श्वनाथ ( श्री सम्मेदशिखर ) पर ठहरने की सुविधा श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा एवं दक्षिण भारत जैन सभा के संयुक्त प्रतिनिधिमण्डल, महासभाध्यक्ष श्री निर्मलकुमार जैन सेठी एवं दक्षिण भारत जैन सभा चैयरमेन श्री जितेन्द्र कुमार के प्रयत्न से 01.08.2006 से 2301 हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस एवं 2302 नई दिल्ली-हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस का स्टॉप पार्श्वनाथ स्टेशन पर कर दिया गया है। कोलकाता से सांय 05:23 पर चलकर 08:23 पर राजधानी एक्सप्रेस पार्श्वनाथ पहुंचती है। दिल्ली से सायं 05:00 बजे चलकर अगले प्रातः 06:00 बजे पार्श्वनाथ पहुंचती है। प्रारम्भ में यह स्टॉप 6 महीने के लिए अनुमोदित किया गया है। रेवेन्यू एवं यात्रियों की संख्या देखकर आगे निर्णय लिया जायेगा । Jain Education International एलोरा गुरुकुल में गुणवंत विद्यार्थी सत्कार समारोह 2006 सम्पन्न प. पू. समन्तभद्र महाराज श्री के पावन स्मरणार्थ प्रतिवर्ष की तरह दि. 18 अगस्त को पार्श्वनाथ ब्रम्हचार्या श्रम गुरुकुल में गुणवंत विद्यार्थी सत्कार समारोह शुक्रवार दि. 18 अगस्त 2006 को सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर अध्यक्ष के रूप में अखिल भारतीय सैतवाल महासंघ के अध्यक्ष श्री कैलासजी रणदिवे, मुंबई थे। डॉ. विमल जैन (609, भण्डारी हाऊस, 91, नेहरू प्लेस, नई दिल्ली 110019 ) For Private & Personal Use Only गुलाबचंद बोरालकर एलोरा (महाराष्ट्र ) सितम्बर 2006 जिनभाषित 21 www.jainelibrary.org

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