Book Title: Jesalmer ke Prachin Jain Granthbhandaron ki Suchi Author(s): Jambuvijay Publisher: Motilal Banarasidas View full book textPage 6
________________ प्रथम संस्करण : दिल्ली, वीर संवत् २५२६, विक्रम संवत् २०५६ पौष वदी दशमी, श्री पार्श्वनाथ-जन्म-कल्याणक, ईसवी सन् - २००० आर्थिक सौजन्य : श्री सिद्धि भुवन मनोहर जैन ट्रस्ट, अहमदाबाद द्वारा पू० आ०म० श्री रत्नसुंदरसूरीश्वरजी महाराज की प्रेरणा से श्री माटुंगा जैन श्वेतांबर मूतिपूजक तपगच्छ संघ, माटुंगा (सेन्ट्रल) मुंबई- ४०००१९ ISBN: 81-208-1742-7 @ श्री सिद्धि भुवन मनोहर जैन ट्रस्ट, c/o जीतेन्द्र मणिलाल संघवी, ए-३, चंदनबाला एपार्ट., नवा विकास गृह रोड, अशोक नगर, पालडी, अहमदावाद-३८०००७ वितरक मोतीलाल बनारसीदास ४१ यू० ए० बंगलो रोड, जवाहर नगर, दिल्ली ११०००७ २३६ नाईथ मेन ॥ ब्लाक, जयनगर, बंगलौर ५६००११ सनाज प्लाजा, १३०२ बाजीराव रोड, पुणे ४११००२ ८ महालक्ष्मी चैम्बर, वाईन रोड, मुम्बई ४०००२६ १२० रायपेट्टा हाई रोड, मैलापुर, चेन्नई ६०० ००४ ८ केमेक स्ट्रीट, कलकत्ता ७०००१७ अशोक राजपथ, पटना ८००००४ चौक, वाराणसी २२१००१ मूल्य: रु०१५००.०० नरेन्द्रप्रकाश जैन, मोतीलाल बनारसीदास, बंगलो रोड, दिल्ली ११०००७, भोगीलाल लहरचंद इन्स्टीट्यूट ऑफ इन्डोलॉजी, दिल्ली एवं जैसलमेर लोद्वपुर पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट, जैसलमेर (राजस्थान) द्वारा प्रकाशित तथा जैनेन्द्रप्रकाश जैन, श्री जैनेन्द्र प्रेस, ए-४५ नारायणा, फेज-१, नई दिल्ली ११० ०२८ द्वारा मुद्रित तथा कम्प्युटर टाईपसेटींग श्री पार्श्व कम्प्युटर्स, अहमदाबाद, फोन : ५४७०५७८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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