Book Title: Jesalmer ke Prachin Jain Granthbhandaron ki Suchi Author(s): Jambuvijay Publisher: Motilal Banarasidas View full book textPage 9
________________ Illustration - III पूज्य आगमनभाकर मुनिराज श्री पुण्यविजयजी महाराज पूज्यपाद आचार्यदेव श्री विजयसिद्धिसूरीश्वरजी (बापजी) महाराज के पट्टालंकार पूज्यपाद आचार्यदेव श्री विजयमेधसूरीश्वरजी महाराज के शिष्यरत्र पूज्यपाद गुरुदेव मुनिराज श्रीभुवनविजयजी महाराज (मुनिराज श्री जंबूविजयजी के पिताजी एवं गुरु महाराज) पूज्यपाद साध्वीजी श्री लाभश्रीजी महाराज (सरकारी उपाश्रय वाले) की शिष्या पूज्यपाद साध्वीजी श्री मनोरहर श्रीजी महाराज (मुनिराज श्री जंबूविजयजी की माताजी) जन्म-वि०सं० १९५२ कार्तिक सुदि ५, कपडवंज दीक्षा-वि०सं० १९६५ महाबदि ५, छाणी स्वर्गवास-वि०सं० २०२७ ज्येष्ठ बदि ६, मुंबई, दिनांक १४-६-१९७१ सोमवार जन्म-वि०सं० १९५१ श्रावण बदि ५, शनिवार, दिनांक १०-८-१८९५, मांडल दीक्षा-वि०सं० १९८८ ज्येष्ठ बदि६, शुक्रवार, दिनांक २४-६-१९३२, अहमदाबाद स्वर्गवास-वि०सं० २०१५, महा सुदि ८, सोमवार, दिनांक १६-२-१९५९, शंखेश्वर तीर्थ For Private & Personal Use Only जन्म-वि०सं० १९५१ मार्गशीर्ष बदि २, शुक्रवार दिनांक १४-१२-१८९४ झींझुवाडा दीक्षा-वि०सं० १९९५, महावदि १२, बुधवार, दिनांक १५-२-१९३९, अहमदाबाद स्वर्गवास-वि०सं० २०५१, पौष सुदि १०, बुधवार, दिनांक ११-१-१९९५ रात को ८-५४ बजे, वीशानीमाभवन, जैन उपाश्रय, सिद्धक्षेत्र.... पालीताणा तीर्थ Jain Education InternationalPage Navigation
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