Book Title: Jain Shraman Sangh ka Itihas Author(s): Manmal Jain Publisher: Jain Sahitya Mandir View full book textPage 209
________________ जन श्रमण संघ का इतिहास जैन जगत की सुप्रसिद्ध विदुषी साध्वी रत्न मतीक स्व० प्रर्वतिनीजी श्री० पुण्यश्रीजी म. स्व० श्री सुवर्णश्रीजी म. प्रवर्तनीजी श्रीज्ञानश्री जी म० प्रखर पंडिता श्री विचक्षणश्रीजी म.Page Navigation
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