Book Title: Jain Pandulipiya evam Shilalekh Ek Parishilan
Author(s): Rajaram Jain
Publisher: Fulchandra Shastri Foundation

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Page 128
________________ जैन - पाण्डुलिपियाँ एवं शिलालेख महोपाध्याय (सिद्धिचन्द्रगणि की उपाधि) माउण्टवैटन (भारत के पूर्व गवर्नर जनरल) मांडो मागध लिपि मागुडी माघनन्दि (सिद्धांत देव) माथुरगच्छ (भट्टारक परम्परा की एक शाखा ) माधव (राजपुत्र) मानसिंह (अकबर नगर राजमहल, बंगाल का शासक ) मानस्तम्भ मारसिंह (नरेश) मार्कण्डेय पुराण माललदेवी (कर्नाटक की महारानी) मालवा मालवी लिपि मास्को (रूस) माहिंदु माही (फारसी) = मछली मिश्र (देश) - मिसिक (कस्तूरी) फारसी शब्द मुइजुदीन (शासक) मुंशी दिलाराम मुग्धबोध (संस्कृत व्याकरण) मुजफ्फरपुर (बिहार) मुनि चन्द्र मुनिजिन विजय मुनिसुन्दर (मुनि - लेखक ) मुबारिकशाह (शासक) मुम्मुरिदण्ड (कर्नाटक का सेठ) मुरुग (फारसी) = मुर्गा मुलकगीर (दिल्ली का शासक ) T I│ - 1 ४५ ३१, ३३ - - - - ३४ - २ १२ ६२, ६६ - ५६ ७७ ५० १७ ४३ १२ ३३ ३४ - - - ४७ ४२ ३० १६ ५८ - ४१ ४६ ४५ - ६७ २६ ८१ - ६५ ४६ ३३ - ५७ - - - ४७ मुष्टिव्याकरण मुसिक मुहम्मद बिन तुगलक (दिल्ली का सुल्तान) मुहम्मदशाह (शासक) मूडी या मूलबिद्री (जैन काशी) मूलदेवी लिपि मूलसंघी मूलाचार (आचार्य बट्टकेरकृत) मृगचक्रलिपि मृगपक्षि शास्त्र (जैनाचार्य हंसदेव कृत) मेगास्थनीज (विदेशी पर्यटक) मेघकूटपुर (विस्मृत नगर) मेघदूत (कालिदास द्वारा रचित) महेसरचरिउ अपभ्रंश (इधू कृत अप्रकाशित) मैक्सिको मैरियन (कन्नड सेनापति) मोरिस विंटरनीज (इतिहासकार) मोहनजोदारो मौलाना अबुलकलाम अजाद म्यांमार (बर्मा देश) यक्ष यक्षिणी यक्षी-लिपि यतिवृषभ (मुनि, आचार्य) यशोधरचरित – (अमरकीर्तिकृत लुप्त ग्रंथ) यशोराशि यशः कीर्ति (भट्टारक) यापनीयसंघ युकातान (प्राचीन मैक्सिको) - - - — ४६, ५१ ७. ६० - १२ ३४ - ७७ १३ - 1│││ - ६७ - ५६ ४, ६६ ६६ - - ६८ - ६५ २७ 6 ४६ । । । 6 ।। ॐ । ७५ ६२ - ३१ ४६ - ६ १६ ६ - ६८ १६ - १२ g ६३ ६४ . ७० * ४५, ७४ ६८ ६२

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