Book Title: Jain Pandulipiya evam Shilalekh Ek Parishilan
Author(s): Rajaram Jain
Publisher: Fulchandra Shastri Foundation

View full book text
Previous | Next

Page 133
________________ १०२ सिद्धसेन (सन्मति प्रकरणकार) सिन्धी-लिपि सिन्धु देश सिरिवालचरिउ - अपभ्रंश, अप्रकाशित (रइधू कृत) सिलाहार (वंशीय सेनापति कालन ) - सुरजन (सोलंकी) नरेश सुरेन्द्रकीर्ति - - ५६, ७० ३३ सी.एन. राव १८ सुकुमालचरिउ (विबुध श्रीधर ) - ४६, ७४ सुगन्धदशमीकथा (अपभ्रंश) 1 ६, ७४ १४ सुत सुदंसणचरिउ (लुप्त ग्रंथ) ५८, ५६ इधू कृत सुदत्तवर्धमान आचार्य (होयसलवंश - संस्थापक) सुभाषितार्णव - ६४ १२ ४२ २८, ३४ ६२ - ४७ ६६ ४६ - सुल्तान गयासुद्दीन ३७ ४२ सुलेमान (अरबी इतिहासकार) सुल्तान (माण्डो का) सुल्तान (मुहम्मद बिन तुगलक ) - ५१ सुवर्णदेवी (अपभ्रंश श्रीपालचरित में वर्णित राजकुमारी) सूपशास्त्र- कन्नड कवि मंगरस कृत सोना (एक लेखनोपकरण सामग्री-प्रकार) - - - ७० २६ २ ४३ ४६ जैन - पाण्डुलिपियाँ एवं शिलालेख स्थूलभद्र स्याही (रिष्टरत्न द्वारा निर्मित) स्वयंभू स्वस्तिक (खारवेल शिलालेख में अंकित हंसदेव (जैनाचार्य, मृगपक्षिशास्त्र के लेखक ) हंस लिपि हजारी प्रसाद द्विवेदी (पं.) हर्टेल जान (डॉ.) हनसोगे (कर्नाटक का एक जैन विद्या केन्द्र) हमीर (राज्य) हम्मीर (राज्य) हीर विजयसूर हीरालाल जी (डॉ.) हीरालाल जैन (पं.) हीरालाल जी ( दुग्गड़) हुमायूँ सैयद वंश सोनागिर तीर्थ सोमगोड़ा ३३ हुम्मच सोमदेव सूर २६ सोमनाथ २६ ४२ स्कन्धल (राज्य) स्तोत्र ऋषभ (फारसी में लिखित ) - ४६ हरयाणा हरिग्रहपुर (नगर) हरिवंशपुराण (अपभ्रंश, यशः कीर्ति भट्टारक कृत) हाथी गुम्फा - १४ - ७ २६,४६,५८ शाह हूण लिपि हेमराज जैन हारिभद्रीय (दशवैकालिक टीका) हिन्दी साहित्य सम्मेलन (प्रयाग) हिन्दुस्तान हिमवत् पर्वत हिमवन्त (थेरावली) हिमालय - - हुल्ल (कर्नाटक सेनापति) - २८ ४१, ४२ ४२ ४२, ४६, ७३ ६६ - ५६ - १२ ८२ ४८ - - - - ४६ २७ -19 ६० १६ ३० ५ ४७, ६८ - -- -wy - - - ५० ७६, ८१, ८२ ८२ ६१ - २२ - — - ४६ २८, ३३, ३५ ३१, ३४ III - ४३ - १२ ४६

Loading...

Page Navigation
1 ... 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140