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जैन-पाण्डुलिपियाँ एवं शिलालेख भारतीय संस्कृति के - डॉ. हीरालाल जैन - भोपाल, १६६२ विकास में जैनधर्म का योगदान मध्य एशिया एवं - पं. हीरालाल दुग्गड़ - दिल्ली, १९७६ पंजाब में जैनधर्म महापुराण - सं.पं. पन्नालाल - भारतीय ज्ञानपीठ (जिनसेनाचार्य) साहित्याचार्य महावंश
- सं.डॉ.गायगर (Geiger)- लन्दन, १६१२ रइधू साहित्य का - डॉ. राजाराम जैन - वैशाली, १६७४ आलोचनात्मक परिशीलन राजप्रश्नीय सूत्र - व्यावर संस्करण - वड्डमाणचरिउ - सं.डॉ. राजाराम जैन - भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली, १९७५ (विबुध श्रीधर) विक्रमोर्वशीयं नाटकं - कालिदास) - काशी, वि.सं. २००७ विशेषावश्यक भाष्यं -
- बम्बई, १६२४-१६२७ ई. समवायांग सूत्र -
- अहमदाबाद, १६३७ ई. सूत्रकृतांग चूर्णि
- रतलाम, १६४१ ई. शिष्यहितान्यास वृत्तिः (कातन्त्रव्याकरण) शौरसेनी प्राकृत भाषा - डॉ. राजाराम जैन - कुन्दकुन्द भारती, नई दिल्ली, एवं उसके साहित्य
२००१ ई. का संक्षिप्त इतिहास यूनत्सांग की भारत -
- इण्डियन प्रेस प्रयाग
यात्रा
ENGLISH REFERENCE BOOKS
- Moskow (USSR), 1984 - Dr. S.M. Katre
Image of India Introduction to Indian Texual Criticism Jainas in the history of Indian literature Jainism and Karnataka Culture
- Dr. Winternitz
- Ahmedabad, 1946
-S.R.Sharma
-Dharwar, 1940