Book Title: Jain Pandulipiya evam Shilalekh Ek Parishilan
Author(s): Rajaram Jain
Publisher: Fulchandra Shastri Foundation

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Page 136
________________ जैन-पाण्डुलिपियाँ एवं शिलालेख १०५ जैन सिद्धांत भवन- - सं. डॉ. ऋषभ चन्द्र - जैन सिद्धांत भवन आरा (बिहार) (आरा) ग्रंथावली फौजदार (भाग१) तिलोयपण्णत्ती - जीवराज ग्रंथमाला - शोलापुर (महाराष्ट्र) (यतिवृषभ) १६४३, १६५२ ई. तीर्थकर महावीर औरउनकी आचार्य परम्परा- डॉ. नेमिचन्द्र शास्त्री - सागर (म.प्र.) त्रिलोकसार - बम्बई, वी. नि. सं. २४४४ त्रिषष्ठि शलाका महापुरुष चरित (अपभ्रंश) पुष्पदन्त - माणिकचन्द्र ग्रंथमाला- बम्बई, १६३७-१६४१ ई. दक्षिण भारत में - पं. कैलाशचन्द्र - भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली, जैनधर्म शास्त्री सन् १९६७ दशवैकालिक टीका – (हरिभद्र कृत) - बम्बई धण्णकुमार चरिउ - सं.डॉ. राजाराम जैन - जीवराज ग्रंथमाला (रइधू) __शोलापुर (महाराष्ट्र). १६७५ ई. नन्द-मौर्य युगीन - के.ए. नीलकण्ठ - दिल्ली, १६६६ ई. भारत शास्त्री पतंजलिकालीन भारत- डॉ. प्रभुदयाल - बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, __ अग्निहोत्री पटना, १६६३ पम्पयुग के जैनकवि - पं.के. भुजबलि शास्त्रीपाठालोचन के सिद्धांत- कन्हैया सिंह - इलाहाबाद, १६६२ प्रश्नोत्तररत्नमालिका - (सम्राट अमोघवर्ष) - प्राकृत साहित्य का - डॉ. नेमिचन्द्र शास्त्री - वाराणसी, १६६६ ई. इतिहास प्राच्य भारतीय श्रमण – मुनि पुण्य विजय जी- अहमदाबाद संस्कृति अनेकला (गुजराती प्राचीन लेख संगह - - भावनगर, १८८५ (भाग १) प्राचीन भारतीय - गौ. हि. ओझा - दिल्ली, १६५६ लिपिमाला पुण्णासवकहा (रइधू) - सं.डॉ. राजाराम जैन - दिल्ली, जनवरी २००० पुरुदेवचम्पू - माणिकचन्द्र सीरिज - बम्बई, वी.सं. १९८५ भानुचन्द्र सिद्धिचन्द - सिंघी जैन ग्रंथमाला - बम्बई, १६४१ गणि चरित

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