Book Title: Jain Mudra Yog Ki Vaigyanik Evam Adhunik Samiksha
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith

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Page 10
________________ हार्दिक अनुमोदन अजिमगंज (प. बं.) हॉल कोलकाता निवासी श्रावकरत्न पिता श्री रिखबचंद - मातु श्री पन्नीदेवी की चिरंजीवी स्मृति निमित्ते सुपुत्र समाज रत्न श्री सौनाचंदजी-अपराजिताजी सुपौत्र दीपक-आशा सुपुत्री मनीषा-राहुलजी सिपानी प्रपौत्र जय कुमार बैद परिवार

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