Book Title: Jain Hiteshi 1913 Ank 06 07
Author(s): Nathuram Premi
Publisher: Jain Granthratna Karyalay

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Page 126
________________ ४४४ पीछे एक दूसरा वर तलाश करके उसके साथ उसकी शादी कर दी। इस पर जातिमें बड़ी हलचल मची है। चौधरीजीको सबने जातिसे अलग कर दिया है, परन्तु लगभग २० घरके जैसवाल उनमें शामिल हो गये हैं । इधर बम्बईके नवीन मराठी पत्र 'लोकसेवक ' में एक नोटिस प्रकाशित हुआ है, जिसमें एक दशाहूमड किसी दिगम्बर जैन जातिकी विधवाके साथ विवाह करना चाहते हैं ! आपकी उम्र ३० वर्षकी है । ये बड़ी चिन्ताजनक खबरें हैं । __ शिक्षाके लिए दान–टिपराके जमींदार श्रीयुक्त आनन्दमोहन राय चौधरीने रंगपुरमें एक प्रथम श्रेणीका कालेज स्थापित करनेके लिए एक लाख रुपयेका दान किया है। विलायतमें बंगाली वैज्ञानिक-बंगालके विश्वविख्यात विज्ञानाचार्य जगदीशचन्द्र वसुका आक्सफोर्ड विश्वविद्यालयमें ता०२० मईको वनस्पतियोंकी उत्तेजनप्रवणताके विषयमें अतिशय गवेषणापूर्ण व्याख्यान हुआ । आपने अपने निर्माण किये हुए यन्त्रादि भी वहाँके विद्वानोंके सामने पेश किये थे। आपके पाण्डित्यको देखकर विलायतवासी वैज्ञानिक चमत्कृत हो गये हैं । रवीन्द्रबाबूके ग्रन्थोंका विदेशोंमें आदर-कविवर रवीन्द्रनाथ ठाकुरका Gardener नामक अँगरेजी काव्य अभी कुछ ही महीने पहले प्रकाशित हुआ है। उसके प्रकाशक मेकमिलन कम्पनीके सभापति जार्ज ब्रेटने अपने व्याख्यानमें कहा है कि अकेले अमेरिका देशमें ही इस पुस्तककी एक लाखके अधिक कापियाँ बिक चुकी हैं । रविबाबूके चित्राङ्गदा काव्यका भी अँगरेजी अनुवाद प्रकाशित हो चुका है। इसकी भी खूब विक्री हो रही है। ___ आटा और मैदा—साधारण लोगोंका विश्वास है कि आटेसे मैदा अधिक पुष्टिकर है। परन्तु यह केवल भ्रम है। वास्तवमें मैदासे Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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