Book Title: Jain Gajal Manohar Hir Pushpmala
Author(s): H P Porwal
Publisher: Jain Parmarth Pustak Pracharak Karyalay

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Page 38
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra पढीये ! www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पढने योग्य पुस्तके. अवश्य पढीये ! रोतोंको हसाने वालि पुस्तके, शुद्ध सुन्दर ओर सस्ती पुस्तके मंगवाये. यदि आप हिन्दी गुजराती जैन पुस्तके उत्तमोत्तम सरल एवं सचित्र पुस्तके पढना चाहते हे तो हमारे यहांसे पुस्तके शीघ्रही मंगवाये. अमदावापके साथ कहते है कि आज तक ऐसी शुद्ध सुन्दर व सस्ती पुस्तके कही नही देखी होगी. हमारे यहांकी पुस्तकोका चित्र भी बडे ही मनोरज्जक है जिनके दर्शनसे आपकी आंखे निहाल हो जायगी. हम आपको विश्वास दिलाकर कहते है कि हमारे यहां की पुस्तके पढने से आपकी आत्माको परम शान्ति एवं आनंद मिलेगा. इस लिये हिन्दी, गुजराती, जाननेवाले भाइयो के लिये यह पहला ही सुयोग है भाषा इतनी सरल है की साधारण लिखा पढा बालक भी बडी आसानिके साथ पढ समज सक्ता है हमारे यहांकि पुस्तको स्त्रियोके लिये भी परम उपयोगी है. एक वार मंगावकर अवश्य परीक्षा कीजिये ओर भी उत्तमोत्तम ग्रंथ चन्दरोज मे प्रकाशीत होगा. पत्ता:- एच. पी. पोरवाल. जैत लाइब्रेरी भवन, सादरी. For Private and Personal Use Only

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