Book Title: Jain Dharm ki Hajar Shikshaye
Author(s): Madhukarmuni
Publisher: Hajarimalmuni Smruti Granth Prakashan Samiti Byavar

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Page 265
________________ गुच्छक २३१ इन सात बातों से समय की श्रेष्ठता (सुकाल) प्रकट होती हैअसमय पर न बरसना, समय पर बरसना, असाधुजनों का महत्व न बढना, साधुजनों का महत्व बढना, माता-पिता आदि गुरुजनों के प्रति सद् व्यवहार होना । मन की शुभता और वचन की शुभता । १२. नवहिं ठाणेहि रोगप्पत्ती सिया अच्चासणाए अहियासणाए अइनिदाए अइजागरिएण उच्चारनिरोहेणं पासवणनिरोहणं 'अद्धाणगमणेणं भोयणपडिकूलयाए इंदियत्थ-विकोवणयाए -स्थानांग रोग होने के नौ कारण हैं अतिभोजन अहित भोजन अतिनिद्रा अतिजागरण मल के वेग को रोकना मूत्र के वेग को रोकना अधिक भ्रमण करना प्रकृति के विरुद्ध भोजन करना अति विषय सेवन करना।

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