Book Title: Jain Dharm ki Hajar Shikshaye
Author(s): Madhukarmuni
Publisher: Hajarimalmuni Smruti Granth Prakashan Samiti Byavar

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Page 270
________________ २३६ . जैनधर्म की हजार शिक्षाएं (आना ६ आतुरप्रत्याख्यान (स्थविर आचार्यकृत, ४५ आगमों की क्रम सूची में ३६ वां आगम) M. आदिपुराण (आचार्य जिनसेन, वि० ६, वीं शती) V११ आराधनसार (दिगम्बर परम्परा का मुख्य ग्रंथ) १२ आवश्यकनियुक्ति (आचार्य भद्रबाहु (द्वितीय) वि० ५-६ठी शती) १३ आवश्यकमलयगिरि (आवश्यक सूत्र पर आचार्य मलयगिरि कृत विवेचन) १४ आवश्यकसूत्र (३२ आगमों में अन्तिम आगम) १५ ओघनियुक्ति (आचार्य भद्रबाहु, द्वितीय) १६ औपपातिकसूत्र (आगमों में प्रथम उपांग आगम) १७ उत्तराध्ययनसूत्र (चार मूल आगमों में द्वितीय आगम) १८ उत्तराध्ययनचूणि (आचार्य जिनदास महत्तर) १६ उत्तराध्ययनटीका (आचार्य कमलसंयमी की प्रसिद्ध टीका) २० उपदेशप्रासाद (प्राचीन कथा मंथ-आचार्य विजयलक्ष्मी सूरि कृत, रचनाकाल वि० सं० १८४३)

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