Book Title: Jain Dharm ki Hajar Shikshaye
Author(s): Madhukarmuni
Publisher: Hajarimalmuni Smruti Granth Prakashan Samiti Byavar

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Page 278
________________ - हजार शिक्षाएं पर अपने विषय एक महत्वपूर्ण तथा सर्वथा मौलिक संकलन है। भगवान महावीर से लेकर जनधमाकाKOLKSLIPULKS ख वैराग्यपूधात एक हजार अशिक्षा, मिश्रीमलजी मधुर ने इस संकलन में अत्यधिक श्रम किंवा दाई हजार वर्ष के जैन मामयुका आलोइन कर एक मुक्ताहाब यूँध दिया है। ফ্লাভিীঞ্জতানি BIDASTISAAMrl

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