Book Title: Jain Darshan me Vyavahar ke Prerak Tattva Author(s): Pramuditashreeji Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur View full book textPage 5
________________ प.पू. सुप्रसिद्ध व्याख्यात्री श्री हेमप्रभाश्रीजी म.सा. की प्रेरणा से निर्मित भव्यातिभव्य अनुभव स्मारक संस्थान, पाली (राज.) तीर्थतुल्य अनुभव स्मारक में नयनरम्य श्री आदिनाथ जिनालय जिनकुशल सूरि दादावाड़ी, गुरुमंदिर धर्मशाला, उपाश्रय भोजन शाला एवं ज्ञान मंदिर (स्कूल) निर्मित है। यहाँ का सुरम्य वातावरण जनमानस को प्रमुदित बनाता है। श्री आदिनाथ जिनालय एवं श्री जिनकुशलसूरि दादावाड़ी शंखेश्वर तीर्थ (गुज.) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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