Book Title: Jain Darshan me Vyavahar ke Prerak Tattva
Author(s): Pramuditashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 580
________________ दीक्षा परिचय के परिमल में... जन्म नाम : सारिका (डॉली) भाण्डावत जन्म 29 जून 1976, महिदपुर (म.प्र.) माताजी श्रीमती किरण बाला पिताजी श्रीयुत अभयकुमारजी भाण्डावत माघ वदी 5, 30 जनवरी 2005, शंखेश्वर तीर्थ (गुजरात) दीक्षा दाता गुरु : प.पू. शासन प्रभावक व्याख्यान वाचस्पति श्री जयानंद मुनि जी म.सा. गुरुवर्या प.पू. सुप्रसिद्ध व्याख्यात्री श्री हेमप्रभाश्रीजी म.सा. दीक्षा नाम : साध्वी प्रमुदिता श्री जी अध्ययन एम.ए. (अंग्रेजी साहित्य) एम.ए. (दर्शन शास्त्र) पी.एच.डी. विषय - 'जैन दर्शन में संज्ञा की अवधारणा का समीक्षात्मक अध्ययन' जैन विश्व भारती लाडनूं (राज.) न्याय, व्याकरण, षडदर्शन, आगमों का अध्ययन। भाषा प्राकृत, संस्कृत, हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती भाषा का ज्ञान। परिवार से दीक्षित : प.पू. महान आत्मसाधिका गुरुवर्या श्री अनुभव श्री जी म.सा. प.पू. विचार श्री जी म.सा. एवं प.पू. सुदीर्घ संयमी विनोदश्रीजी म.सा. प.पू. सुप्रसिद्ध व्याख्यात्री गुरुवर्या श्री हेमप्रभा श्री जी म.सा. प.पू. दीर्घतपस्वी श्री जयप्रभाश्रीजी म.सा. (दादी म.सा.) प.पू. सरलमना श्री मृदुला श्री जी म.सा. प.पू. प्रज्ञासंपन्ना श्री विनीतप्रज्ञा श्री जी म.सा. विचरण क्षेत्र : राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश Jain Education International For Personal & Priva Printed al Akrati Offset, UJJAIN Ph. 0734-2561720

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