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जैनदर्शन में व्यवहार के प्रेरकतत्त्व
3. क्रोध के दुष्परिणाम 4. क्रोध पर विजय के उपाय 5. आधुनिक मनोविज्ञान में क्रोध-संवेग और आक्रामकता की मूलवृत्ति अध्याय -7 मान संज्ञा (अहंकार संज्ञा) 318-342
318-342
1. मान का स्वरूप एवं लक्षण 2. मान के विभिन्न रूप 3. मान के दुष्परिणाम 4. मान पर विजय के उपाय
अध्याय - 8 माया संज्ञा
343-363
1. माया का स्वरूप 2. माया के विभिन्न रूप 3. माया के दुष्परिणाम 4. माया पर विजय कैसे ?
अध्याय - 9 लोभ संज्ञा
364-393
1. लोभ का स्वरूप एवं लक्षण 2. लोभ के विभिन्न रूप 3. लोभ के दुष्परिणाम 4. लोभ पर विजय कैसे ?
अध्याय – 10 लोक संज्ञा और ओघ संज्ञा
394-408
1. लोक संज्ञा और ओघ संज्ञा का स्वरूप 2. लोक संज्ञा और ओघ संज्ञा में समानता और भेद 3. ओघ संज्ञा की उपादेयता और लोक संज्ञा की हेयता का प्रश्न 4. लोक संज्ञा पर विजय कैसे ? 5. ओघ संज्ञा पर विजय कैसे ? .
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