Book Title: Jain Agam Itihas Evam Sanskriti
Author(s): Rekha Chaturvedi
Publisher: Anamika Publishers and Distributors P L

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Page 357
________________ अनुक्रमणिका • 323 आर्यवज्र, 23 उत्तरज्झणं, 98, 281 अहित धर्म, 44, 59, 76, 80, 83 उत्तरज्झयवाणि, 155-157, 160, 163, आवश्यक गाथा, 36 164, 168, 170, 171, 225, 226, आवश्यक चूर्णि, 36, 98, 236, 251, 227, 228, 229, 230, 232, 251, 253, 254, 304 254, 255, 256 आवश्यक नियुक्ति, 22, 41, 42, 93, उत्तरमद्र, 267 126, 146, 158, 159, 236, उत्तराध्ययन चूर्णि, 93 282 उत्तराध्ययन नियुक्ति, 36, 42, 43, 227, आवश्यक मलयगिरिवृत्ति, 170, 236 ___229, 230 आवश्यक व्यवहार, 158 उत्तराध्ययन सूत्र, 1, 20, 22, 32, 33, आवश्यक सूत्र, 39, 42 35, 38, 39, 41, 42, 43, 53, आवश्यक हरिभद्रीयावृत्ति, 38, 93, 236 58, 88, 89, 90-94, 97-99, 102, आशाधर, 181, 234 114, 121, 154, 155, 158-164, आश्वलायन गृहसूत्र, 93, 163 166, 168, 180, 205, 225-230, आषाढ़सेन, 146, 147, 170 232, 241,242, 244,245, 250256, 266, 276-284, 286, 294 296, 299, 302-312 इक्ष्वाकु, 154, 242, 269, 274, 280, उदक पैढ़ाल, 102 282 उदायिन, 260 इण्डियन एन्टीक्वेरी, 38, 39, 96, 155, उद्दालक, 238 _156, 168, 254 उद्देश्यशतक, 277 इन्द्र, 34, 52, 55, यति विरोधी इन्द्र उद्रायण (उदयन), 270 59, स्वर्ग का देवता इन्द्र 85, 86, उपदेशपद, 36 98, 282 उपरुद्र, 88 इन्द्रभूतिगौतम, 102, 104, 105, 256 उपालि, 256 इषुकार, 34, 275, 284 उपाश्रय, 179 उपासक दशांग, 22, 230-232, 252, 309 ईश्वरवाद, 64 उमा, 93 उमास्वाति, 232, 234 उल्लुकातीर, 146, 148 उग्र, 274 उवासगदसाओ, 96 उग्रसेन, 154, 280, 299 उशनस, 259 उच्चोदय, 273 उज्जैनी, 149 उण्डक ऋषि, 98 ऋग्वेद, 54-59, 91-93, 100, 154, उत्तरकुरु, 267 230, 240, 250, 252, 267

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