Book Title: Jain Agam Granthome Panchmatvad
Author(s): Vandana Mehta
Publisher: Jain Vishva Bharati
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ग्रन्थ पज्जिका
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Sumangala Vilāsini (Commentary on Digha Nikāya) ed. by Rhys
Davids, PTS, London, 1886. Vinaya Pitaka-ed. by H. Oldenberg, PTS, London, 1879-83, Eng. trans.
(Vinaya Texts) by Rhys Davids and H. Oldenberg, SBE, Oxford, 1881-85.
(d) ब्राह्मण (वैदिक, सूत्र, महाकाव्य, पुराण और व्याकरण) ग्रन्थ अष्टाध्यायी(पाणिनीविरचित)-व्याख्या. ईश्वरचन्द्र, चन्द्रलेखा-हिन्दी व्याख्यायुक्त,
अनेक सूत्रपाठ-सूत्रवार्तिक उदाहरण और सूची सहित, चौखम्बा संस्कृत
प्रतिष्ठान, दिल्ली, भाग 1-2, 2004. आपस्तम्ब धर्मसूत्र-संपा. मद्धरदत्तमिश्र, उज्जवलाख्ययावृत्या संवलितम्, हिन्दी
व्याख्याकार-उमेशचन्द्र पाण्डेय, चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी, [प्रथम
संस्करण, 1932], द्वितीय संस्करण, 1969. उपनिषत्संग्रह (188 उपनिषद् संग्रह)-संपा. संस्कृत प्रस्तावना सहित-जे.एल.
शास्त्री, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली, भाग 1-2, [प्रथम संस्करण,
1970], पुनमुद्रण, 1984. ईशादि नो उपनिषद् (ईश, केन, कठ, प्रश्न, मुण्डक, माण्डूक्य, ऐतरेय, तैत्तरीय
और श्वेताश्वतर)-व्याख्या. हरिकृष्णदास गोयन्दका, मन्त्र, अन्वय, हिन्दी में अन्वयार्थ, हिन्दी व्याख्या, वर्णानुक्रमणिका एवं विषयसूची सहित, मोतीलाल जालान, गीता प्रेस, गोरखपुर, [प्रथम संस्करण, 1954], षष्ठ
संस्करण, 1969. छान्दोग्योपनिषद्-सानुवाद शांकरभाष्यसहित, गीता प्रेस, गोरखपुर, [प्रथम संस्करण,
1938], पंचम संस्करण, 1965. नारदपरिव्राजकोपनिषद् (उपनिषत्संग्रह)-मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली, 1970. पारस्करगृह्यसूत्रम्-संपा. ब्रह्मानन्द त्रिपाठी, हरिहर, गदाधर, भाष्योद्वयोपेतम्
तच्च विमला, हिन्दी व्याख्योपेतम्, वाप्यादि प्रतिष्ठा-शोचसूत्र, स्नानसूत्र, श्राद्धसूत्र-भोजन सूत्रादि परिशिष्ट सहितम्, हिन्दी व्याख्याकार-जगदीशचन्द्र मिश्र, चौखम्बा सूरभारति प्रकाशन, वाराणसी, द्वितीय संस्करण, 2000.

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