Book Title: Hirsundaramahakavyam Part 1 Author(s): Devvimal Gani, Ratnakirtivijay Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti View full book textPage 3
________________ आवरण- चित्र - परिचय : देलवाडा - विमलवसही चैत्यस्थित जगद्गुरु श्रीहीरविजयसूरिनी सं. १६६१नी प्रतिमा तथा ईडरना भंडारनी प्रतिना अंतिम पृष्ठनो अंश. प्रकाशक : © सर्वाधिकार सुरक्षित ई. १९९६ प्राप्तिस्थान : मूल्य : श्रीहीरसुन्दरमहाकाव्यम् - सटिप्पणीकं (हीरसौभाग्योपरि लघुवृत्तिसमेतम् ) ॥ कर्ता : पं. देवविमलगणि ॥ संपादन : मुनि रत्नकीर्तिविजयः श्री जैन ग्रंथप्रकाशन समिति, शाह शनुभाई कचराभाई जीराला पाडो, खंभात, ३८८६२० आर्थिक सहयोग : श्री हीरालाल परसोत्तमदास श्रोफ परिवार, खंभात. वि.सं. २०५२ Jain Education International सरस्वती पुस्तक भंडार ११२, हाथीखाना, रतनपोळ, अहमदाबाद- ३८०००१ मुद्रक : हरजीभाई एन. पटेल क्रिश्ना प्रिन्टरी रू.१२०-०० ९६६, नारणपुरा जूना गाँव, अमदावाद - १३ ( फोन : ७४८४३९३) प्रति : ५०० For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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