Book Title: Hirsundaramahakavyam Part 1 Author(s): Devvimal Gani, Ratnakirtivijay Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti View full book textPage 2
________________ जगद्गुरु हीर-स्वर्गारोहण-चतुःशताब्दी ग्रन्थमाला-४ अहम् ॥ पण्डित श्रीदेवविमलगणिविरचितं श्रीहीरसुन्दर-महाकाव्यम् ।। सटिप्पणीकं 'हीरसौभाग्य' उपरि-लघुवृत्तिसमेतम् ॥ प्रथमो भागः संपादक : श्रीविजयशीलचन्द्रसूरिकृतमार्गदर्शनानुसारेण मुनि रत्नकीर्तिविजयः प्रकाशक: श्री जैन ग्रन्थप्रकाशन समिति खम्भात ई. १९९६ सं. २०५२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 350