Book Title: Dvadashar Naychakra ka Darshanik Adhyayana
Author(s): Jitendra B Shah
Publisher: Shrutratnakar Ahmedabad

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Page 215
________________ सन्दर्भग्रन्थसूची १. अगपण्णत्ति : आचार्य शुभचन्द्र, (हि० अनु०) आर्यिका सुपार्श्वमती, भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद, प्रथम संस्करण, १९९०. २. अथर्ववेद संहिता : हरयाणा साहित्य संस्थान, गुरुकुल झज्जर, रोहतक, । प्रथम, विक्रम संवत् २०४३. ३. अणुओगद्दारसुत्तं : संपा० मुनि पुण्यविजयजी, पं० दलसुख माल वणिया, श्री महावीर जैन विद्यालय, बम्बई, १९५८. ४. अनेकान्त जय पताका-१, २ : संपा०- एच० आर० कापड़िया, बड़ौदा ओरियन्टल इन्स्टिट्यूट, १९४०, १९४७. अन्ययोगव्यवच्छेदिका (स्याद्वादमंजरी) : हेमचन्द्राचार्य, संपा० डॉ० जगदीशचन्द्र जैन, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, अगास, तृतीय. अभिधान राजेन्द्रकोश (१-७) : रचनाकार-श्रीमद् राजेन्द्रसूरि, अभिधान राजेन्द्रकोष प्रकाशन संस्था, अहमदाबाद. ७. आउटलाइन्स ऑफ इण्डियन फिलॉस्फी (ईश्वर मीमांसा) : एम० हिरियत्ना, जॉर्ज एलेन एण्ड अनविन लि०, लन्दन, १९३२. ८. आगम युग का जैनदर्शन : पं० दलसुख मालवणिया, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, १९६६. m Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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