Book Title: Dvadashar Naychakra ka Darshanik Adhyayana
Author(s): Jitendra B Shah
Publisher: Shrutratnakar Ahmedabad

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Page 225
________________ २०८ भग० भगवती सू० भगवती आ० भा० म० महा० लघी० वि० सं० वन० वीर नि० सं० वैशे० व्या० शुक्ल यजु० श्लो० श्वेता ० सर्वदर्शन सं० सर्वा० सि० सं० सू० सू० कृ० सू० सू० नि० गा० स्त० स्था० स्वेतां०' हि० अनु० Jain Education International :: 43 : : : : : : :: : : : : : 4:3 : : 44 द्वादशार- नयचक्र का दार्शनिक अध्ययन भगवतीसूत्र भगवती सूत्र भगवती आराधना भाग मण्डल महाभारत वनपर्व लघीयस्त्रयी विक्रम संवत् वीर निर्वाण संवत् वैशेषिक व्याख्या शुक्ल यजुर्वेद श्लोक श्वेताश्वतरोपनिषद् सर्वदर्शन संग्रह सर्वार्थसिद्धि संपादक सूत्र सूत्रकृतांगसूत्र सूत्र नियुक्ति गाथा स्तबक स्थानांगसूत्र श्वेताम्बर हिन्दी अनुवाद For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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