Book Title: Dhyanyog Pratham aur Antim Mukti Author(s): Osho Rajnish Publisher: Rebel Publishing House Puna View full book textPage 9
________________ vii ध्यान की विधियां ध्यानयोग : प्रथम और अंतिम मुक्ति 57. 57. 59. 60. व्हिरलिंग ध्यान * नृत्य : एक ध्यान नृत्य में खो जाओ नटराज ध्यान * भी ध्यान बन सकता है 63. कुछ 65. दौड़ना, जॉगिंग और तैरना 67. हंसना ध्यान 68. हंसते हुए बुद्ध 69. धूम्रपान ध्यान 71. श्वास: एक सेतु — ध्यान तक 73. विपस्सना * 75. चलते हुए विपस्सना: चंक्रमण 76. श्वासों के बीच के अंतराल को देखना 78. बाजार में अंतराल को देखना 80. स्वप्न पर स्वामित्व 82. मनोदशाओं को बाहर फेंकना 83. हृदय को खोलना 85. बुद्धि से हृदय की ओर 88. प्रार्थना ध्यान * 90. शांत हृदय 94. हृदय का केंद्रीकरण 96. अतीशा की हृदय विधि 97. स्वयं से शुरू करो 99. आंतरिक केंद्रीकरण 101. दुखी या सुखी होने का निर्णयPage Navigation
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