Book Title: Dhyanyog Pratham aur Antim Mukti
Author(s): Osho Rajnish
Publisher: Rebel Publishing House Puna

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Page 8
________________ ध्यानयोगः प्रथम और अंतिम मुक्ति ध्यान का विज्ञान 24. मुक्ति हेतु दिशा-निर्देश 24. तीन अनिवार्यताएं 24. खेलपूर्ण रहो 24. धैर्य रखो 25. परिणाम मत खोजो 25. बेहोशी का भी सम्मान करों 26. यंत्र मदद देते हैं परंतु ध्यान निर्मित नहीं करते 27. तुम अनुभव नहीं हो 29. द्रष्टा साक्षी नहीं है। 30. ध्यान एक गुर है, एक 'नैक' है तीसरा खंड ध्यान की विधियां 35. जागरण की दो शक्तिशाली विधियां 37. सक्रिय-ध्यान : रेचन और उत्सव 39. सक्रिय-ध्यान (डाइनैमिक मेडिटेशन) के लिए निर्देश * 40. स्वयं को नया जन्म देना 43. साक्षी बने रहो 45. कुंडलिनी ध्यान * 47. ओशो ध्यान चिकित्सा-समूह 49. “मिस्टिक रोज़" ध्यान * 51. हंसी के लिए निर्देश 52. रुदन एवं 'शिखर पर बैठे द्रष्टा' के लिए निर्देश 53. "नो-माइंड" ध्यान 1. नो-माइंड ध्यान के लिए निर्देश * 55. "बॉर्न अगेन" 56. बॉर्न अगेन के लिए निर्देश

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