Book Title: Descriptive Catalogue of Sanskrit Manuscripts in Trivandrum
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Page 355
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 336 A DESCRIPTIVE CATALOGUE OF सदाचारः / ब्रह्मचारिसमाचारः। स्त्रीलक्षणम् / सदाचारवर्णनम् / अविमुक्तेशाविर्भावः / गृहस्थाश्रमवर्णनम् / योगाख्यानम्। कालज्ञानपञ्च कोपायः। दिवोदासप्रतापः। योगिनीप्रस्थानम् // This work has been printed in Bombay. // कृष्णगीता // No. 150. KRSNAGITA. C.O. L. No. 560. Substance-Paper. Size-11" x 81".. Pages-115. About 20 lines per page and 25 letters per line. Script-Devanagari. No. of Granthas-1840. Complete. Owner-C. O. Subject-Exposition of the Mahabharata. Beginning: कृष्णगीतां नाम पौलोमव्याख्यां संप्रदायक्रमेणार्थप्रदर्शनाय कर्तुमारभते / पूर्वमवान्तरतमा नाम विष्णुमूर्तिः हिमवत् गिरिगुहायां स्वस्मिन्नाश्रमे तपस्तप्त्वा... ... ...द्वापरावसाने भविष्यवृत्तान्तवेत्ता भूत्वा कृष्णद्वैपायननामा भगवान् पराशरायमुनाद्वीपे सत्यवत्यामवान्तरतमस्यावतारोऽपि लोकानुग्रहणार्थाय तथा खलु भगवतः प्रवृत्तिः / सच..........भिमानी ब्रह्मरूपेण सृजते तमभिमानी भूत्वा रुद्ररूपी संहरते विष्णुरूपेण स्थितपरिपालनं च करोति / नारायणस्य प्रवृत्तिरेवं त्रिधा.... For Private and Personal Use Only

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