Book Title: Dashvaikalika Sutram Mula
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दस. ज जथातथ्य तए हो. विषयनीत्रसनाने वि० सी०सीतलीनुत अ.श्रा जा. जिमतेम निवरतावताथको वि०विचरे . त्माएकरी 60 जहातहा पिणियतएहो विहरे सीभुएणं अप्पणो 67 जाए सण्वैरागे नि घरथी प०प्रवर्ध्याने ग.थानकने न० त०तेहजश्रद्धाएंजावजीवसु- गु०नुत्त निकल्यो नत्तमथानकप्रते धीचारित्रने अ.पाले मगुणने सद्धाए निख्खंतो परियाय ठाणमुत्तमं तमेव अणुपाखेप्ना गु विषेप्रवर्तेगुणकेहवाले श्रा.आचार्या- ततपर्ने च०वलीइमसंजमनां जो. स.सकायनाजोग दिक स.कबुलकीधाडे 61 जोगर्ने पूर्णे च वली ने स.सदा णे आयरि सम्मए 61 तवंचिमंसंजमंजोगयं च सप्रायजोगं अ.अंगीकारनोकरण- सु सुन्नटजेम से सेनाएंसहीतसंपूर्ण असमर्थ हो होए अ.। आ.हथीयारनोधरणहारसुन्नट पोतेजीतवानेसमर्थहोचसयाअहिरिए सूरेव सेणाएसमत्तमानहे अलमप्पणो हो। For Private and Personal Use Only

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